what is Cyber Crime in hindi
साइबर क्राइम क्या है और जाने इसके प्रकार (Cyber Crime in hindi) साइबर क्राइम कैसे होता है और इसके रोकथाम ,बचाव ,रोकने के विभिन्न तरीके ।
क्या आप जानते है Cyber Crime क्या होता है और ये कैसे होता है और कौन लोग इसे करते ।अगर आपके साथ भी हुआ है तो लोगो से जरूर शेयर करे ताकि कोई और इस क्राइम का शिकार ना हो जाये।
आज हर किसी के पास मोबाइल और लैपटॉप या कोई इंटरनेट से जुड़ा गैजेट होता है । और बिना इंटरनेट के आज हमारे मोबाइल और लैपटॉप एक डब्बे के समान लगते है । जैसे जैसे टेक्नोलॉजी की डिमांड बढ़ रही है वैसे वैसे लोगो के साथ डिजिटल क्राइम भी हो रहे है । मर्डर ,चोरी ,कब्जा धोखाधड़ी जैसे क्राइम होते थे और अब internet पर Digital Crime (धोखाधड़ी , ब्लैकमेलिंग , आदि ) जिसे साइबर क्राइम (Cyber Crime) कहते है ।
क्या होता है साइबर क्राइम
इंटरनेट का और कुछ सॉफ्टवेयर का इस्तिमाल करके आपके फ़ोन ,लैपटॉप से आपका पर्सनल डेटा जैसे – बैंक एकाउंट डिटेल , पासवर्ड , क्रेडिट या डेबिट पासवर्ड और डिटेल या आपके कोई और जानकारी जिसका गलत इस्तिमाल या आपको नुकसान हो सके उसी को साइबर क्राइम कहते है।
साइबर क्राइम के अंतर्गत क्या चीजे आती है ?
में आपको कई सारे साइबर क्राइम की एक लिस्ट दे रहा हूँ बहुत से क्राइम ऐसे है जो हमारी जानकारी में अभी नही है जब कभी जानकारी होगी इसी पर अपडेट किया जाएगा। फिलहाल आप इसे एक एक करके पढ़े और समझे।
- Espionage
- Phishing
- Identity theft
- Security hacker
- Cyberstalking
- Malware
- Ransomware
- Software
- Botnet
- Cyberterrorism
- Spyware
- Cryptojacking
- Artificial intelligence
- Vishing
- Data breach
- Cybersquatting
जासूसी (Espionage)
जासूसी सूचना धारक की अनुमति के बिना गुप्त या गोपनीय जानकारी प्राप्त करने की प्रथा है। यह विभिन्न माध्यमों से किया जा सकता है, जैसे कि वायरटैपिंग, निगरानी, हैकिंग, या अंदरूनी लोगों को रिश्वत देना। जासूसी का इस्तेमाल अक्सर सैन्य, राजनीतिक या आर्थिक लाभ के लिए किया जाता है। इसे अधिकांश देशों में एक आपराधिक गतिविधि माना जाता है और इसमें शामिल होने वालों के लिए गंभीर कानूनी परिणाम हो सकते हैं।
फ़िशिंग ( Phishing )
फ़िशिंग एक प्रकार का साइबर हमला है जिसमें एक हमलावर किसी पीड़ित से लॉगिन क्रेडेंशियल या क्रेडिट कार्ड नंबर जैसी संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए धोखाधड़ी का उपयोग करता है। यह अक्सर एक ईमेल या संदेश भेजकर किया जाता है जो एक वैध स्रोत, जैसे बैंक या ऑनलाइन रिटेलर से प्रतीत होता है, और पीड़ित को एक लिंक पर क्लिक करने या अपनी जानकारी को एक नकली वेबसाइट में दर्ज करने के लिए कहता है। फ़िशिंग का लक्ष्य पीड़ितों को संवेदनशील जानकारी प्रकट करने के लिए बरगलाना है, जिसका उपयोग तब वित्तीय लाभ या पहचान की चोरी के लिए किया जा सकता है।
चोरी की पहचान (Identity theft)
पहचान की चोरी एक ऐसा अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि उनका नाम, सामाजिक सुरक्षा नंबर, क्रेडिट कार्ड की जानकारी, या अन्य पहचान की जानकारी चोरी हो जाती है और उनकी जानकारी या अनुमति के बिना उपयोग की जाती है। इसमें अनधिकृत खरीदारी करना, नए क्रेडिट खाते खोलना, या पीड़ित के रूप में अपराध करना भी शामिल हो सकता है। पहचान की चोरी के गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जिसमें वित्तीय नुकसान और क्रेडिट स्कोर को नुकसान शामिल है, और इसे हल करना मुश्किल हो सकता है।
सुरक्षा हैकर (Security hacker)
एक सुरक्षा हैकर एक ऐसा व्यक्ति है जो अनधिकृत पहुंच प्राप्त करने, संवेदनशील जानकारी चुराने, या सेवाओं को बाधित करने के लिए कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क में कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए अपने तकनीकी कौशल का उपयोग करता है। कुछ हैकर अवैध उद्देश्यों के लिए अपने कौशल का उपयोग करते हैं, जबकि अन्य, एथिकल हैकर्स या व्हाइट हैट हैकर्स के रूप में जाने जाते हैं, अपने कौशल का उपयोग संगठनों को सुरक्षा कमजोरियों की पहचान करने और उन्हें ठीक करने में मदद करने के लिए करते हैं।
साइबरस्टॉकिंग ( Cyberstalking )
साइबरस्टॉकिंग किसी व्यक्ति, समूह या संगठन का पीछा करने या परेशान करने के लिए प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से इंटरनेट का उपयोग है। इसमें धमकी भरे या अश्लील संदेश भेजना, नकली प्रोफाइल या वेबसाइट बनाना और किसी व्यक्ति की ऑनलाइन गतिविधि पर नज़र रखना शामिल हो सकता है। साइबरस्टॉकिंग अवैध है और पीड़ित के लिए महत्वपूर्ण भावनात्मक संकट पैदा कर सकता है। यदि आप पर साइबर हमला किया जा रहा है, तो व्यवहार का दस्तावेजीकरण करना और सहायता के लिए पुलिस और अपने इंटरनेट सेवा प्रदाता से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।
मैलवेयर (Malware)
मैलवेयर, दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर के लिए छोटा, कोई भी सॉफ़्टवेयर है जिसे विशेष रूप से कंप्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुँचाने या उसका शोषण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। मैलवेयर के उदाहरणों में वायरस, वर्म्स, ट्रोजन हॉर्स, रैंसमवेयर और स्पाईवेयर शामिल हैं। इस प्रकार के सॉफ़्टवेयर का उपयोग व्यक्तिगत जानकारी चुराने, कंप्यूटर संचालन को बाधित करने और नेटवर्क के माध्यम से अन्य प्रणालियों में फैलाने के लिए किया जा सकता है। मैलवेयर से बचाव के लिए एंटी-वायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना और भेद्यताओं को शोषण से बचाने के लिए सॉफ़्टवेयर को अद्यतित रखना महत्वपूर्ण है।
रैंसमवेयर (Ransomware)
रैंसमवेयर एक प्रकार का मैलवेयर है जो पीड़ित की फाइलों को एन्क्रिप्ट करता है और डिक्रिप्शन कुंजी के बदले में भुगतान की मांग करता है। एक बार जब कोई सिस्टम रैनसमवेयर से संक्रमित हो जाता है, तो हमलावर आमतौर पर एन्क्रिप्टेड फाइलों तक पहुंच हासिल करने के लिए बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के रूप में भुगतान की मांग करते हैं। रैंसमवेयर को फ़िशिंग ईमेल, दुर्भावनापूर्ण वेबसाइटों, या बिना पैच किए सॉफ़्टवेयर भेद्यताओं के माध्यम से फैलाया जा सकता है। सभी सॉफ़्टवेयर को अद्यतित रखना महत्वपूर्ण है, ईमेल अटैचमेंट या लिंक खोलते समय सतर्क रहें और रैंसमवेयर हमले के प्रभाव को कम करने के लिए महत्वपूर्ण फ़ाइलों का नियमित बैकअप रखें।
सॉफ्टवेयर ( Software )
हां, सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से साइबर क्राइम हो सकता है। मैलवेयर, जैसे वायरस, ट्रोजन हॉर्स और रैनसमवेयर, ऐसे सॉफ़्टवेयर हैं जिनका उपयोग साइबर अपराध करने के लिए किया जा सकता है। हैकर्स इस प्रकार के सॉफ़्टवेयर का उपयोग कंप्यूटर सिस्टम तक अनधिकृत पहुँच प्राप्त करने, संवेदनशील जानकारी चुराने, संचालन को बाधित करने, या पहुँच बहाल करने के लिए भुगतान की माँग करने के लिए कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, हैकर्स द्वारा सिस्टम तक पहुंच प्राप्त करने या जानकारी चोरी करने के लिए सॉफ़्टवेयर कमजोरियों का फायदा उठाया जा सकता है। साइबर अपराध से सुरक्षा में मदद के लिए सॉफ़्टवेयर को अद्यतन रखना और प्रतिष्ठित सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, व्यक्तियों और संगठनों को अपने नेटवर्क और उपकरणों को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाने चाहिए और संदिग्ध गतिविधि के बारे में सतर्क रहना चाहिए।
बोटनेट (Bonnet )
एक बॉटनेट समझौता किए गए कंप्यूटरों या उपकरणों का एक संग्रह है जो किसी तीसरे पक्ष द्वारा दूरस्थ रूप से नियंत्रित किया जाता है, अक्सर डिवाइस के मालिक की जानकारी या सहमति के बिना। इन उपकरणों का उपयोग विभिन्न प्रकार के हमलों को लॉन्च करने के लिए किया जा सकता है, जैसे कि डिस्ट्रीब्यूटेड डेनियल ऑफ सर्विस (DDoS), स्पैमिंग और मैलवेयर वितरण। Botnets उपकरणों को मैलवेयर से संक्रमित करके या कमजोर या आसानी से अनुमानित लॉगिन क्रेडेंशियल्स के उपयोग के माध्यम से बनाया जा सकता है। Botnets का उपयोग दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए किया जा सकता है
साइबर आतंकवाद (Cyberterrorism)
साइबरआतंकवाद आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने के लिए डिजिटल तकनीक के उपयोग को संदर्भित करता है, जैसे संवेदनशील जानकारी चोरी करने या महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बाधित करने के लिए कंप्यूटर सिस्टम में हैकिंग। यह प्रचार प्रसार और सदस्यों की भर्ती के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया के उपयोग का भी उल्लेख कर सकता है। साइबरआतंकवाद के संभावित परिणाम गंभीर हो सकते हैं, जिनमें जीवन की हानि, आर्थिक क्षति और आवश्यक सेवाओं में व्यवधान शामिल हैं
स्पाइवेयर (Spyware)
स्पाईवेयर का उपयोग करने वाले साइबर अपराध का तात्पर्य सॉफ़्टवेयर के अवैध उपयोग से है जिसे किसी कंप्यूटर उपयोगकर्ता की जानकारी या सहमति के बिना उसके बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसमें लॉगिन क्रेडेंशियल्स और अन्य संवेदनशील जानकारी पर कब्जा करने के साथ-साथ उपयोगकर्ता की गतिविधियों और स्थान की निगरानी करने के लिए कीलॉगिंग शामिल हो सकती है। स्पाइवेयर का उपयोग किसी पीड़ित के कंप्यूटर को दूरस्थ रूप से नियंत्रित करने के लिए भी किया जा सकता है, जिससे हमलावर को डेटा चोरी करने, अन्य सिस्टम पर हमले शुरू करने या मैलवेयर फैलाने की अनुमति मिलती है। स्पायवेयर से खुद को बचाने के लिए एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करना और नए सॉफ़्टवेयर को डाउनलोड और इंस्टॉल करते समय सतर्क रहना महत्वपूर्ण है।
क्रिप्टोजैकिंग (Cryptojacking)
क्रिप्टोजैकिंग किसी और के कंप्यूटर का अनाधिकृत रूप से क्रिप्टोकरंसी माइन करने के लिए उपयोग करना है। यह अक्सर पीड़ित के कंप्यूटर पर मैलवेयर स्थापित करके किया जाता है जो पीड़ित की जानकारी या सहमति के बिना क्रिप्टोकरेंसी को माइन करने के लिए पीड़ित की प्रसंस्करण शक्ति और बिजली का उपयोग करता है। खनन क्रिप्टोक्यूरेंसी तब आम तौर पर हमलावर द्वारा नियंत्रित वॉलेट में भेजी जाती है। क्रिप्टोजैकिंग पीड़ित के कंप्यूटर को धीमा कर सकता है और उनके बिजली के बिल को बढ़ा सकता है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial intelligence)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मशीनों में मानव बुद्धि के अनुकरण को संदर्भित करता है जिसे मनुष्यों की तरह सोचने और सीखने के लिए प्रोग्राम किया जाता है। एआई का उपयोग उन कार्यों को करने के लिए किया जा सकता है जिनमें आम तौर पर मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है, जैसे भाषण को पहचानना, प्राकृतिक भाषा को समझना, निर्णय लेना और गेम खेलना। एआई अनुसंधान के क्षेत्र की स्थापना इस विश्वास पर की गई थी कि अगर सही तरीकों का इस्तेमाल किया जाए तो एक मशीन को इंसान की तरह सोचने के लिए बनाया जा सकता है। मशीन सीखने, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण और कंप्यूटर दृष्टि सहित एआई के भीतर कई उपक्षेत्र हैं
विशिंग ( Vishing )
विशिंग एक ऐसा सोशल इंजीनियरिंग अटैक है जो फोन कॉल या वॉइसमेल का इस्तेमाल करता है ताकि व्यक्ति संवेदनशील जानकारी जैसे पासवर्ड या क्रेडिट कार्ड नंबर प्रकट कर दें। हमलावर किसी वैध संगठन या व्यक्ति की तरह व्यवहार कर सकता है ताकि पीड़ित के भरोसे जीत कर खातिर और उससे जानकारी प्रदान करने के लिए मना कर सके। जब आपको अनचाहे फोन कॉल या वॉइसमेल मिलते हैं सतर्क रहना चाहिए और कभी भी पर्सनल इंफॉर्मेशन फोन पर प्रोवाइड नहीं करना चाहिए जब तक आपने कॉल शुरू नहीं किया है और जिस व्यक्ति के साथ बात कर रहे हैं उनकी पहचान कन्फर्म है।
डेटा ब्रीच (Data breach )
डेटा ब्रीच क्या होता है? डेटा ब्रीच एक सुरक्षा घटना होती है जिस्म संवेदनशील, गोपनीय या संरक्षित सूचना पहुंच, चोरी फिर किसी अन्य तरह से समझौता होती है। ये व्यक्तिगत जानकारी, वित्तीय जानकारी और गोपनीय व्यावसायिक जानकारी को शामिल कर सकता है। डेटा का उल्लंघन हैकिंग, फ़िशिंग, सोशल इंजीनियरिंग और फ़िज़िकल चोरी जैसी चीज़ों से हो सकता है। डेटा उल्लंघन के परिणाम वित्तीय नुकसान, प्रतिष्ठा की क्षति और कानूनी दायित्व हो सकते हैं।
साइबर स्क्वेटिंग (Cybersquatting)
साइबर स्क्वेटिंग क्या है? ये एक ऐसा अभ्यास है जिस में किसी को अपना ट्रेडमार्क के साथ लाभ करने के लिए डोमेन नाम रजिस्टर किया जाता है, बेचा या इस्तेमाल किया जाता है। प्रसिद्ध ब्रांड के साथ समान डोमेन नाम रजिस्टर किए जाते हैं या फिर डोमेन नाम को अलग वेबसाइट पर रीडायरेक्ट कर दिया जाता है। साइबर स्क्वेटिंग बहुत से देशो में अवैध है और इसे साइबरस्क्वाटर पर लीगल एक्शन लिया जा सकता है ।National Cyber Crime. या फिर toll फ्री पर कॉल करे 155260
Case Study Myself
में आपको बता दु की मेरे साथ एक Cyber Crime & PYTM fraud हुवा है जो
19 October 2019 की ये घटना है,आपके साथ ऐसा ना हो इसलिए में आपसे ये घटना
को साझा कर रहा हूँ। PAYTM Postpaid Loan kaise le
में एक रिटेल कंपनी में जॉब करता हूँ और उन दिनों कंपनी का एक कूरियर गुड़गाव से
आ रहा था लेकिन एक दिन देरी हो गयी ?
उसके अगले दिन मेने Google पर अपने पास के DTDC कूरियर शॉप को खोजा
ओर फिर customer केअर नंबर निकाला और उस नंबर पर बात की तो उसने मुजे
समस्या का हल बताते हुवे 5 रूपए का भुगतान UPI के जरिये करने को बोला ?
उसने मुजे code किये हुवे massage भेजे ओर दूसरे नंबर पर भेजने को कहा
मेने वो कोड किये हुवे टेक्स्ट सन्देश को उसके बातये हुवे नंबर पर भेज दिए ,
मने अनजाने में उसको अपने तेज़ आप का कंट्रोल दे दिया और उसने 5रुपए पेमेंट के बाद
Rs 999 के दो ट्रांसेक्शन ओर करदिये ,ये देख कर में समझ चुका था कि अब मेरे साथ फ्रॉड हो चुका है।
Go to Police for FIR
में पास के पुलिस कोतवाली fir करने गया तो वह मुझे इसकी FIR के लिए बातया गया
की जहाँ आपका bank खता है वह के police थाने जाये और वह पर भी मुझे मेरी ही
गलती बता कर मुझे समझा कर वापस जाने को कहा ,में cyber police के पास भी गया
पर वह भी कोई लाभ नही हुआ जाने का।
Fraud के कितनी देर बाद तक FIR करए
जब भी कभी साइबर Cyber Crime & PYTM fraud हो तो आप तुरंत सब काम छोड़ कर
साइबर police के पास जाए ,जिससे उनको आसानी से उस account को ब्लॉक किया जा सके
जहाँ आपका पैसा गया है। और अपना account ब्लॉक करवा दी फ़ौरन।
How to search Customer care Number.
अगर आप कभी भी Google पर किसी भी कंपनी का customer care नम्बर की खोज
करते है तो ,आपको हमेसा इस बात का ख्याल रखना होगा कि आप जिस भी कम्पनी का
नम्बर खोज कर रहे हैं क्या वो कंपनी का ही नम्बर है ,
जहाँ से भी आपको वो नम्बर मिल रहा हैं क्या वो कंपनी की website हैं.
आपको इन बातों का बहुत खयाल रखना होगा। आपको कंपनी के website
से ही नंबर खोजना चाहिए न कि Google पर इस तरह type करके उदहारण
Zomato customer care Number“
इस तरह से लोग खोजते है और उनको फिर गलत नम्बर सामने आ जाता है
और फिर वो सामने वाले इंसान से ठग लिया जाता है,कभी कभी तो विक्टिम्स का
पूरा account ही खाली हो जाता है।
How to Talk customer Care Executive.
आगर आप भी खुद को स्मार्ट और intelligent समजते है ? और हर प्रॉब्लम के लिए कस्टमर केअर को कॉल करते है या अपने कभी न कभी कस्टमर केअर से बात की होगी तो आप जानते ही होंगे कि हमे कस्टमर केअर अधिकारी से क्या जानकारी शेयर करनी चाहिए ?
चलिए हम आपको बताते है। आपको हमेसा बात करते वक़्त अपने माइंड को
फ्री रखना है और सामने वाले व्यक्ति की बात को अच्छे से सुनना ओर समझना है ?
कभी भी अपनी बैंक की जानकारी या अपने ATM की जानकारी या फिर कोई भी ऐसी
जानकारी जिससे आपके कमाए हुवे पैसो का जाने का खतरा हो।
उसे कभी भी कस्टमर केअर एक्सक्यूटिव या किसी भी ऐसे व्यक्ति से न करे ?
असल मे जो कम्पनी के एक्सक्यूटि होते है वह कभी आपसे personal डिटेल नही पूछते
आपका पिन या OTP नही पूछते।तो इस बात का ध्यान रखे हमेसा ?
Types Of Fraud (किस तरह के fraud होते है।)
- UPI FraudBank Fraud
- ATM Cloning Fraud
- PAYTM Fraud
- PF Fund Fraud
- Uber Fraud
- OLA Fraud
- Zomato Fraud
- Online Shopping Fraud
- OLX Fraud
- Reselling App Fraud.
- Courier Fraud.
- Covid19 Treatment Offer Fraud.
PYTM Fraud –
PYTM fraud क्या है इसके बारे में हैम आज जानेंगे ,अगर आप भी PYTM
का इस्तिमाल बहुत करते है ?तो ज़रा सतर्क रहिये कही आपके साथ भी फ्रॉड ना हो जाये।
PYTM यूज़ करने वालो के पास call अक्सर आती ही कि आपका KYC नही हुआ है ?
असल मे अगर आपका KYC है तभी आप payment कर पाते हो वार्ना बिना KYC के
आप फुल Payment नही कर पाते न फूल फायदे ले पाते हो PYTM के
तो याद रहे अक्सर ऐसी कॉल से तुरंत सावधान हो जाये ?
Aadhar card link to voter ID |
PAYTM Postpaid loan kya hai ? |
PM Mudra Loan Yojna 2022 |
दुकान के लिए लोन कैसे मिलता है |
Case Study Myself
एक बार मेरे पास मेरे रिटेल शोरुम में कस्टमर सर्विस डेस्क पर एक व्यक्ति का कॉल आया
कि में आफिस में हूँ और मेरी वाइफ आपके शोरुम के बाहर खड़ी है उसके पास 3000 रुपए कम है
क्या आप PYTM लेते हो। मेने बोला sir हैम accept करते है केवल QR कोड से सकैनिंग करके ।
उसने मुझसे बहुत request की ,की में personal PYTM पे पेमेंट receive करू ,
मेने उसकी बात मान कर अपना PYTM नो बताया और उसने OTP पूछा उस वक़्त नेटवर्क के
न होने के कारण मेरे पास OTP न सका ,उसने कई बार ओटीपी सेंड किया फिर वो व्यक्ति मुझपे
चिल्लाने लगा कि तुम जूट बोल रहे हो OTP बता नई रहे हो।तब OTP आने के बाद मेने उसे बता
दिया ओर KYC न होने के कारण वो पैसे ट्रान्सफर न कर सका।में एक फ्रॉड से बच गया उस वक़्त।
कैसे करते है PYTM fraud
कभी भी आप किसी को भी अपनी detail शेयर मत करिए खास तौर पर कॉल पर बिल्कुल भी नही।
अक्सर KYC के बहाने आपसे OTP पूछा जाता है और आप सामने वाले को बता देते हो बस तभी
fraud वाला व्यक्ति आपका अककॉउंट से पैसे ट्रांसफर कर लेता है।
- UPI फ़्रॉड क्या होता है और कैसे होता है
- UPI (Unified Payments Interface)
ये एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है।जैसे अपने कभी अपने बैंक की एप्लिकेशन में देखा होगा कि
जब पैसा NEFT के जरिये से ट्रांसफर होता है तो एक दिन का टाइम लग जाता है।और जब IMPS के
जरिये भेजा जाता है तो पैसा तुरंत पहुँच जाता है।ये पैसे को तुरंत पहुचने वाली ही एक व्यवस्था है।
UPI में फ्रॉड बहुत तेजी से हो रहा है इंडिया में जानते है कैसे ,जब आप किसी फ्रॉड कॉल
से बात कर रहे होते है तो सामने वाला व्यक्ति आपको समस्या का हल देने के लिए सीधे आपके
बैंक detail के बारे में जानकारी जानना चाहता है या आपके pytm, Tez, mobikwik, phonepe, etc.
जितनी भी ट्रांसेक्शन करने वाली aap है।उनका access यानी कंट्रोल पाना चाहता है ,
तो वो आपको बातो में फसा कर आपको एक code किया हुआ text massage भेजते है
और बोलते है कि इसे दिए हुवे नंबर पर forward करदे ,
आपके ऐसा करने से आप अपने आप का कंट्रोल उन्हें सौप देते है जैसे मानो की अपने घर की वसियत किसी ओर के नाम करदी।फिर वह व्यक्ति आपके account से पैसे निकाल लेता है और आप कुछ भी नही कर सकते।Cyber crime Fraud से बचे।
Courier fraud
अगर आपका कभी कोई कूरियर नही आ रहा टाइम से तो आप हमेसा कूरियर की साइट पे जाकर
चेक करे या टॉलफ्री नम्बर पर बात करे ,कभी भी goggle पर सर्च न करे इस टाइप्स से DTDC
customer care number , क्यूंकि
ऐसा खोजने से आपको कंपनी की ओरिजिनल वेबसाइट के अलावा भी वेबसाइट ओर कुछ फ्रॉड के
नंबर सामने आ जाएंगे जिससे आप उनके जाल में फस सकते हो। ये आपको कूरियर न आने का
कारण बात कर आपसे 5रुपया का payment करने को बोल कर आपका पैसा चुरा लेते है।
सावधान रहें।
zomato fraud
अगर आप भी खाने के बहुत शौकीन हो तो थोड़ा सावधान रहें ,कभी कभी आपको किसी वजे से order cance l हो जाने से आपका payment वापसी नई आता है तो आप फौरन goggle पर जाकर zomato customer care number खोजते हो और आपके सामने एक नंबर आता है ,
तो आप हमेसा aap से ही नंबर निकले और अपने रिफंड के लिए किसी को detail ना दे
ना कोई OTP बातये ।
हमेसा OTP के साथ जो massage आता है उसे जरूर पढ़ें की वो
ओटीपी किस लिए मांग जा रहा हैं।
olx fraud
अगर आप ओल्ड चीज खरीद रहे है तो हमेसा payment तभी करे जब आपके हाथ मे
वो समान आचुका हो ,olx में online payment न करें। कुछ फ्रॉड आर्मी का बता कर
की में बॉर्डर पर हूँ नही आ सकता और online पेमेंट करदे में समान कूरियर करवा दूँगा
तो ऐसे लोग फ्रॉड होते है।
Uber fraud
अगर आप भी UBER या OLA में suffer करते है और कभी कभी किलोमीटर के किराये suffer
में बढ़ने से आप उस ड्राइवर की compliant कंपनी में करना चाहते है और फिर वही गलती कर बैठ
ते है goggle से नंबर खोज कर।
GlowRoad fraud
अगर आप एक reseller है तो अपको समान बेचना पसंद है और आपका कोई कोई कूरियर या रिफण्ड नही आया है तो आप ओरिजनल वेबसाइट पर जाइए न कि google पर खोजे इस तरह
Glowroad customer care नम्बर ऐसे खोजने से आप फ्रॉड के चक्कर मे फस सकते हो।
payment transfer fraud
कभी कभी आपका लेन देन का जो transaction है वो फस जाता है ,पूरा नही हो पाता है ,
तो उसमें आपको डरने की जरूरत नही बस सावधानी बरतने की जरूरत है।बैंक से बात करे ,
goggle पर न खोजे customer care नंबर के नाम से।
online shopping fraud
इसमे आपको online बहुत अच्छा offer देने का massage या email आ सकता है या
आप डुप्लीकेट website जाके शॉप्पिंग करते है और payment कर देते है उसके बाद समान
कभी नही आता है।तो हमेसा trusted website से ही शॉप्पिंग करें। Cyber crime Fraud
से बचे।
Cyber Crime Twitter पर जाकर या ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर भी नए नए Cyber crime Fraud के तरीके देख सकते हो सतर्क हो सकते हो।
उदहारण :
सतर्क रहें, साइबर अपराधी कोविद -19 के संदर्भ में आकर्षक ऑफर के माध्यम से ग्राहकों को लुभा सकते हैं,जैसे चमत्कार उपचार, हर्बल उपचार, टीकाकरण, तेज परीक्षण आदि। Cyber crime Fraud से बचे।
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FAQS (Frequently Asked Question )
How can I Report Cyber Crime in India ?
अगर आप भी एक विक्टिम है और आपको नहीं पता की ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत कहा की जाये। तो हम आपको एक एक स्टेप बातएंगे की आप कैसे complaint करें।
1 . पहला स्टेप है की आप ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत अपने सिटी के साइबर सेल में एक लिखित complaint जो पक्की यानि की मोहर के साथ हो।
2 .स्टेप 2 साइबर complaint दर्ज करते समय आपको अपना नाम ,पता ,संपर्क विवरण ,मेल और अपने सिटी का साइबर हेड ऑफिस और जहाँ complaint दर्ज कर रहे।
3 .स्टेप 3 ,अगर आपके सिटी या गांव में साइबर सेल तक पहुंच नहीं है तो आप अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन में पहेली सूचना रिपोर्ट (FIR ) दर्ज करा सकते है ,अगर आपकी FIR नहीं की जाती है तो आप जिला आयुक्त या शहर के न्यायिक मजिस्ट्रेट से संपर्क कर सकते है। आप दिल्ली साइबर पुलिस को भी कॉल या complaint दर्ज कर सकते है।- Delhi Cyber Cell
Can I File a Fir Online ?(क्या मैं ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कर सकता हूं?)
पहेली रिपोर्ट सूचना के तहत आप आपराधिक प्रक्रिया सहिंता ,1973 की धारा 154 तहत की जा सकती है। आमतौर पर किसी की शिकायत दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन जाने जरुरत होती है ,लेकिन कुछ मामलो की FIR Online भी की जा सकती है।
Can Paytm be hacked? (क्या पेटीएम को हैक किया जा सकता है?)
PYTM आपके मोबाइल में एक डेबिट कार्ड का एक दूसरा रूप होता है और यदि आपका मोबाइल
खो जाता है या चोरी हो जाता तो कोई भी आसानी से आपका PYTM का OTP Rest यानि
बदल सकता है।
Can PYTM be Trusted ?(क्या पेटीएम सुरक्षित है?)
जी हाँ PYTM पूरी तरह सुरच्छित है ये सिक्योरिटी मामले में PCI DSS (Payment Card Industry Data Security Standards) Complaint है। हम ये सुनिश्चित करने के लिए कभी उनका CVV नंबर स्टोर नहीं करते है .की उनका credit और debit कार्ड्स हमेसा सुरच्छित रहे।