TET Full form in hindi | Full Form Of TET Exam
TET ka Full form in hindi ,TET क्या होता है TET कैसे दिया जाता है, TET exam कब दे सकते हैं, TET की तैयारी कैसे करे, TET का सिलेबस, TET करने से क्या होगा आदि की जानकारी देने वाले हैं अगर आप TET करना चाहते हैं तो हमारी दी गई जानकारी ध्यानपूर्वक पढ़ें.
TET FULL FORM in hindi दोस्तों अगर अगर आप स्टूडेंट हैं तो आपने TET बारे में जरूर सुना होगा और आप उसके बारे में जाने के लिए इच्छुक होंगे तो आज हम आपको TET के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं.
TET Full form in hindi.
TET का full form Teacher Eligibility test होता है हिंदी में जिसे शिक्षा पात्रता परीक्षा कहते हैं।
- T- Teacher
- E – Eligibility
- T – Test
TET क्या होता है ,TET किसे कहते हैं
TET एक एंट्रेंस एग्जाम है यह कान्वेंट स्कूल के लिए अलग-अलग स्टेट में टीचर्स के अप्वॉइंट के लिए संयोजित की जाती है यह एक Entrance Exam है टेट एग्जाम बच्चों के निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आयोजित किया जाता है TET एग्जाम सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्नमेंट दोनों सरकार द्वारा आयोजित किया जाता है.TET भारत में कक्षा 1 से 8 तक के लिए टीचर अप्वॉइंट होने के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता है.
इंडियन गवर्नमेंट स्कूल में टीचिंग के लिए यह एग्जाम कंपलसरी होता है। कुछ स्टेट सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा आयोजित एग्जाम की माध्यम से ही टीचर की भर्ती करते हैं. लेकिन कुछ स्टेट टीचर भर्ती के लिए खुद ही TET Exam आयोजित करते हैं सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा कराए जाने वाली परीक्षा सीटेट (CTET) तथा स्टेट गवर्नमेंट द्वारा कराए जाने वाले परीक्षा STET कहलाती है.
TET History TET का इतिहास
TET इंडियन गवर्नमेंट द्वारा 2011 में टीचिंग के स्टैंडर्ड में सुधार के लिए शुरू की गई थी पहले से अपॉइंट टीचर्स से 2 साल के अंदर अंदर एग्जाम पास करने को कहा गया था.
CTET(Central Government Teacher Eligibility Test) की शुरुआत RTI अधिनियम की धारा 23 की उप धारा एक के प्रावधानों के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTI) को पात्रता के लिए न्यूनतम योग्यता निर्धारित करने वाली 23 अगस्त 2010 और 29 जुलाई 2011 की अधिसूचना प्राप्त होने के बाद हुई थी।
Class 1 to 8 के लिए बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम आरटीआई की धारा 2 के (N) में संयोजित किसी भी स्कूल में टीचर की नियुक्ति के लिए एनसीटीई (NCTE) के अनुसार TET पास करना जरूरी है।
राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सीबीएसई (CBSE) दिल्ली को CTET संयोजित करने को कहा जो साल में 2 बार CTET आयोजित करती है. CTET 20 इंडियन लैंग्वेज में आयोजित किया जाता है लगभग 14 लाख कैंडिडेट के लिएTET आवेदन करते हैं.
Types of TET Exam | TET Exam Pattern 2021
TET यानी Teacher Eligibility test मैं तीन श्रेणियां शामिल है.
Level | TET |
Level 1 | Class 1to 5 teaching के लिए(PRT) |
Level 2 | Class 6 to 8 teaching के लिए ( TGT) |
Level 3 | Post graduate teaching के लिए(PGT) |
TET मे 2 पेपर होते हैं पेपर 1 क्लास से 5 तक के टीचर के लिए पेपर 2 क्लास 6 से 8 तक के टीचर के लिए
TET Eligibility योगिता
UPTET मैं एप्लिकेंट के दो सेट होते हैं.
set 1 प्राथमिक शिक्षक ( क्लास 1 से 5 )प्राइमरी टीचर्स के लिए और (पीआरटी)
set 2 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक( क्लास 6 से 8) के लिए ( टीजीटी) .
Set 3 स्नातकोत्तर शिक्षक (कक्षा 9 से 12) के लिए (पीजीटी)
क्लास 1 से 5 तक के लिए होता है.
- यूपी टेट के एग्जाम के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी य कॉलेज से मिनिमम 50% marks के साथ ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए और NCTE भारतीय पुनर्वास परिषद (RCI) मे 2 साल का डिप्लोमा (DED) होना चाहिए.
- ग्रेजुएशन की डिग्री और 2 साल काBTC ,CT (Nursery) or Nursery Teacher test (NTT) होना चाहिए.
- यूपीटेट के लिए 2 साल के बीटीसी के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए.
- उर्दू टीचर के लिए मोअल्लिम–ए – उर्दू डिग्री में teaching डिप्लोमा होना चाहिए.
UPTET Eligibility for upper primary Teacher उच्च प्राथमिक शिक्षण के लिए यूपीटेट योग्यता
यह क्लास 6 से 8 के लिए होता है
- National council of teacher Education राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTET) के BSCED /BSC.BED की 4 साल की डिग्री पूरे करनी चाहिए
- आवेदकों के पास मिनिमम 50% मार्क्स के साथ ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए इसके साथ ही B.Ed होना चाहिए
- आवेदकों को मिनिमम 50% मार्क्स के साथ इंटरमीडिएट पास होना चाहिए और साथ ही 4 साल की BELED होनी चाहिए.
नागरिकता
- कैंडिडेट को भारत का नागरिक होना चाहिए और यूपी का मूल निवासी होना चाहिए.भूटान तिब्बत नेपाल के कैंडिडेट भी यूपीटेट की परीक्षा दे सकते हैं
आयु सीमा
कैंडिडेट की आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए Reserve category (आरक्षित श्रेणियों) के कैंडिडेट के लिए गवर्नमेंट द्वारा आयु सीमा में कुछ कंसेशन दी जाती है
Cast | Age |
UR | 18 -35 वर्ष |
OBC | 18 – 38 वर्ष |
SC/ST | 18 – 40 वर्ष |
PH | 18 – 45 वर्ष |
TET परीक्षा का उद्देश्य
टेट यानी कि टीईटी परीक्षा इसके मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं जिनको हम नीचे दर्शा रहे हैं
- TET यानी टीईटी परीक्षा भारत सरकार के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षकों की आवश्यकता को पूरा करता है
- उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षकों के लिए चयन के लिए राष्ट्रव्यापी बेंचमार्क स्थापित करती है
- भारत में शैक्षणिक स्थान के मानकों को बेहतर बनाने और डेवलपमेंट करने में मदद करती है
- यह अपने छात्रों को प्रभावशीलता को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है
- यह राज्य और केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के साथ तालमेल बिठाकर रखती है
- टीटी परीक्षा के संचालन और परीक्षण के डेटाबेस को बनाए रखने का भी काम करती है
TET परीक्षा आयोजित करने के लिए कौन जिम्मेदार है
भारत में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी की सीबीएसई TET परीक्षा को आयोजित करता है टीईटी परीक्षा को हम टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट हिंदी में शिक्षक पात्रता परीक्षा के नाम से जानते हैं. सीबीएसई के पास टीटी परीक्षा के संचालन,परीक्षण के लिए डेटाबेस बनाए रखना इसके संचालन पर अन्य सरकारी निकायों का मार्गदर्शन करने और पाठ्यक्रम को शामिल करने के प्रबंधन में प्राथमिक शक्तियां प्राप्त हैं. TET के माध्यम से, कक्षा I से V के लिए PRT, कक्षा XI से XII के लिए PGT और कक्षा VI से X के लिए TGT जैसे पदों पर शिक्षकों की भर्ती की जाती है।
TET का इतिहास
देश भर में भारतीय स्कूलों में शिक्षण मानकों को बढ़ाने के प्रयास में, भारत सरकार ने 2011 में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) की शुरुआत की। कक्षा I से VIII तक सरकारी स्कूलों में शिक्षण पदों की तलाश करने वाले सभी आवेदकों को परीक्षा देनी होगी।
टीईटी को शिक्षक गुणवत्ता की समस्या के समाधान के लिए 2005 में स्थापित एक समिति के सुझावों के जवाब में लागू किया गया था और इसका नेतृत्व न्यायमूर्ति वी. रामासामी ने किया था। समिति ने निष्कर्ष निकाला कि भारतीय प्रशिक्षकों की साख और क्षमताओं को बढ़ाने की गंभीर आवश्यकता है।
संघीय सरकार और राज्य सरकारें दोनों टीईटी का संचालन करती हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा प्रशासित केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी), सभी प्रकार के शिक्षण के लिए स्वीकार्य है ,
यह सभी भारतीय सरकारी स्कूलों में शिक्षा के लिए उपयुक्त है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकारें अपने स्वयं के टीईटी का संचालन करती हैं, जिन्हें राज्य संचालित स्कूलों में उपयोग के लिए अनुमोदित किया जाता है।
टीईटी में दो परीक्षाएं होती हैं। जो अभ्यर्थी कक्षा I से V तक पढ़ाना चाहते हैं, उन्हें पेपर I जमा करना चाहिए, जबकि जो अभ्यर्थी कक्षा VI से VIII तक पढ़ाना चाहते हैं, उन्हें पेपर II जमा करना चाहिए। परीक्षा में विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होती है, जैसे विषय ज्ञान, शिक्षाशास्त्र, भाषा दक्षता और बाल विकास।
टीईटी कार्यक्रम भारतीय शिक्षकों की क्षमता बढ़ाने में प्रभावी रहा है। परीक्षण ने यह गारंटी देने में सहायता की है कि सरकारी स्कूलों के लिए नियुक्त सभी प्रशिक्षकों के पास एक निश्चित स्तर का प्रशिक्षण और विशेषज्ञता है। इसका एक उल्लेखनीय परिणाम सामने आया है परिणामस्वरूप, शिक्षण मानकों और छात्रों के सीखने के परिणामों दोनों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
यह भारत में टीईटी के विकास का एक त्वरित कालक्रम है:
- 2005: शिक्षक गुणवत्ता के मुद्दे को संबोधित करने के लिए, भारत सरकार ने न्यायमूर्ति वी. रामासामी के निर्देशन में एक समिति नियुक्त की।
- 2009: शिक्षण योग्यता और कौशल का मूल्यांकन करने के लिए, समिति ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी), एक राष्ट्रीय परीक्षा बनाने का सुझाव दिया।
- 2011: राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) द्वारा सार्वजनिक और निजी दोनों स्कूलों में नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य कर दिया गया है।
- 2012: कई राज्यों ने पहली टीईटी आयोजित की।
- 2016: सभी भारतीय सरकारी स्कूल शिक्षकों को टीईटी देना आवश्यक है।
- 2023: शिक्षकों को अभी भी टीईटी पूरा करना आवश्यक है।
- 2023 में, भारत में सरकारी स्कूलों में नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले सभी प्रशिक्षकों के लिए टीईटी की आवश्यकता होगी।
- भारत में, टीईटी का छात्रों के सीखने के परिणामों और शिक्षकों की क्षमता बढ़ाने पर बड़ा प्रभाव पड़ा है। इसने यह गारंटी देने में सहायता की है कि सरकारी स्कूलों के लिए नियुक्त सभी शिक्षकों के पास न्यूनतम प्रशिक्षण और विशेषज्ञता है।
TET Syllabus2021/ TET का पाठ्यक्रम
UPTET के सिलेबस में उन सभी सब्जेक्ट और lesson को शामिल किया जाता है. जिन से एग्जाम में क्वेश्चन पूछे जाते हैं.
Paper 1
- बाल विकास और पद्धति और शिक्षाशास्त्र
- भाषा हिंदी
- भाषा English, sanskrit, urdu मैं से कोई भी
- गणित
- पर्यावरण अध्ययन
- सामाजिक अध्ययन
बाल विकास एवं अभिज्ञान
इस सब्जेक्ट में आपसे 6 से 11 के वर्ग के बच्चों के विकास तथा बाल मनोविज्ञान पर आधारित क्वेश्चन पूछे जाते हैं
बाल विकास
विकास और विकास की अवधारणा अनुवांशिकता और पर्यावरण की भूमिका विकास को प्रभावित करने कारक( परिवार स्कूल के संदर्भ ) में और सीखने के साथ संबंध।
शिक्षण
- शिक्षण और इसकी पर क्रियाओं का अर्थ अवधारणा
- शिक्षा के सिद्धांत और इसके निहितार्थ शिक्षण को प्रभावित करने वाले कारक
- प्रेरणा और शिक्षण कानिहितार्थ
- बच्चे कैसे सीखे और सोचते हैं
- व्यक्तिगत मतभेद
- भाषा लिंग समुदाय जाति और
- धर्म के आधार पर व्यक्तिगत अंतर को समझना
व्यक्तित्व (Personal )
- संकल्पना और व्यक्तित्व के प्रकार
- इसे आकार देने के लिए जिम्मेदार कारक
- बुद्धि बहुआयामी बुद्धि
- अवधारणा सिद्धांत और इस का माप
- विविध शिक्षार्थियों को समझना
- शिक्षण क की कठिनाइयाँ और समायोजन अवधारणा
- समायोजन के तरीके
- समायोजन में शिक्षक की भूमिका आकलन और मूल्यांकन
- मूल्यांकन का अर्थ और उद्देश
- शिक्षकों की भूमिका और जिम्मेदारियां( शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के आधार पर)
- मापन और मूल्यांकन उपलब्धि परीक्षा का दबाव
भाषा 1 (हिंदी)
हिंदी में आप से हिंदी भाषा से संबंधित ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं जो कक्षा 1 से 5 तक की शिक्षा के लिए आवश्यक होते हैं।
- शाब्दिक योग्यता
- भाषा अध्यापन के सिद्धांत
- व्याकरण के महत्वपूर्ण पहलू
- अपठित गधाशं
- व्याकरण निष्कर्षों का अधिग्रहण और सीखना
- कक्षा में पढ़ाने की चुनौतियां
- भाषाई की समझ की दक्षता के मूल्यांकन के लिए उपचारात्मक शिक्षण
- शिक्षण अधिगम भाषा कौशल की सामग्री
- सुनने की भूमिका और बोलना
भाषा 2 (English )
भाषा 2 में अंग्रेजी/ संस्कृत/ उर्दू( आवेदक द्वारा चयनित) से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं
- Synonym
- Antonyms
- One word substitution
- English Preparation Tips Comprehensive and Continuous Evaluation
- Unseen Prose Passage
- Part of Speech
- Spelling
- Methods and Approaches to English Language Teaching
- Word formation
- Knowledge of English Sounds
- Phonetic symbols
- Change of Degree
- Tenses Determiners
- Active and Passive Voice
- Principal of Teaching English
- Development of Language Skills Teaching
- Evaluation of Language Proficiency
- Multimedia Materials and other resources
- Learning Materials including Textbooks
गणित ( Math )
गणित ऐसे प्रश्न पूछे जाते हैं जो क्लास 1 से 5 तक के पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे लेकिन क्वेश्चंस का लेवल लिंकेज इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम के लेवल का होगा.
इकाई-1 (टॉपिक) | इकाई 3 |
समीकरण | सरल आकृतियां |
गुणक | रेखा और कोण |
वर्गमूल | सतह का क्षेत्रफल और आयतन |
घन जड़े | आकृतियों का क्षेत्रफल |
बीजगणितीय अभिव्यक्तियां | इकाई 5 |
घातांक | गणित की भाषा |
इकाई 2 | गणित का स्थान |
अनुपात और समानुपात | गणित का समुदाय |
ब्याज | गणित की प्रकृति |
प्रतिशत | इकाई 6 |
इकाई 4 | अध्यापन की समस्याएं |
सांख्यिकी ग्राफ | उपचारात्मक शिक्षण |
मूल्यांकन |
पर्यावरण अध्ययन
पर्यावरण अध्ययन में वह क्वेश्चन पूछे जाते हैं जो एक से पांच तक के कक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित होते हैं
- जीवित जीव: पौधों और जानवरों का संगठनात्मक स्तर, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु, जैव विविधता, खरीफ और रबी फसलों का ज्ञान, आरक्षित वन और वन्य जीवन का ज्ञान, पौधे और जानवरों की प्रजातियों का संरक्षण
- व्यक्तिगत स्वच्छता: संतुलित आहार और इसका महत्व, हमारे शरीर के बाहरी अंग और उनकी सफाई, शरीर के आंतरिक अंगों की सामान्य जानकारी, समान रोग (गैस्ट्रोएन्टराइटिस, आमीबासिस, एनीमिया, फ्लोरोसिस, मलेरिया, डेंगू), उनके कारण और रोकथाम के Tips पल्स पोलियो अभियान
- मौसम और जलवायु: वायु, जल, जंगल आद्रभूमि ,और रेगिस्तान, राज्य में ऊर्जा के नवीकरणीय और गैर – नवीकरणीय संसाधन और उनके संरक्षण की अवधारणा ,विभिन्न प्रकार के प्रदूषण, मौसम और जलवायु, जल के चक्र का ज्ञान।
- पदार्थ और उर्जा: पदार्थों के सामान्य गुण( रंग, अवस्था ,लचीलापन, विलेयता)
विभिन्न प्रकार के ईंधन, दैनिक जीवन में ऊर्जा के अनुप्रयोग ,प्रकाश के स्त्रोत, ऊर्जा के प्रकार एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तन, प्रकाश के सामान्य गुण।
सामाजिक अध्ययन
भूगोल इतिहास Social और Political जीवन शैक्षणिक मुद्दे।
टिप्पणी: क्लास1 से 8 तक की विस्तृत पाठ्यचर्या के लिए कैंडिडेट को बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की पाठ्य पुस्तकों को पढ़ना चाहिए।
TET की FEES (2021 में TET fees)
TET टेट की एग्जाम फीस आवेदन शुल्क अलग-अलग कैटेगरी के कैंडिडेट के लिए अलग-अलग होता है जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट के लिए आवेदन शुल्क Rs 600 होता है तथा Sc/ST candidate के लिए आवेदन शुल्क ₹400 होता है और PH ( विकलांग श्रेणी) के लिए आवेदन शुल्क Rs100 होता है प्राइमरी और अपर प्राइमरी के एग्जाम के लिए एक ही आवेदन भरना होता है लेकिन दोनों की फीस अलग-अलग होती है अगर कोई दोनों पेपर देना चाहता है तो उसकी फीस डबल हो जाती है
Category -Fees for one paper- Fees for both
Cast schedule | Fees for one paper | Fees for both |
General/OBC | 600 | 1200 |
SC/ ST | 400 | 800 |
PWD | 100 | 200 |
TET का पेपर कितने नंबर का होता है
TET के questions कैसे आते हैं
TET Exam में 2 पेपर होते हैं टेट एग्जाम में दोनों पेपर में ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन पूछे जाते हैं दोनों पेपर में 150 क्वेश्चन पूछे जाते हैं प्रत्येक प्रश्न 1 नंबर का होता है इस तरह पूरे पेपर 150 मार्क्स का होता है TET एग्जाम्स में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है यानी अगर आपने किसी क्वेश्चन का गलत आंसर दे दिया है तो उसके मार्क्स नहीं कटते हैं आपको सिर्फ उतने ही मार्क्स मिलते हैं जितने आपने सही क्वेश्चन के आंसर दिए होते हैं दोनों पेपर 150 मार्क्स का होता है और आपको 150 मिनट यानी ढाई घंटे का समय दिया जाता है पेपर को हल करने के लिए
Paper 1
Subjects | Number of questions | Marks |
बाल विकास | 30 | 30 |
भाषा 1 हिंदी | 30 | 30 |
भाषा 2 इंग्लिश/संस्कृत/उर्दू | 30 | 30 |
गणित | 30 | 30 |
पर्यावरण अध्ययन | 30 | 30 |
Total Marks | 150 | 150 |
Paper 2
Subjects | Numbers of questions | Marks |
बाल विकास | 30 | 30 |
भाषा एक हिंदी | 30 | 30 |
भाषा दो इंग्लिश संस्कृत उर्दू | 30 | 30 |
गणित और साइंस | 60 | 60 |
सामाजिक अध्ययन | 60 | 60 |
Total | 150 | 150 |
Minimum Marks obtain in TET exam
Teacher Eligibility test (TET) मैं टोटल मार्क्स 150 होते हैं टेट एग्जाम में अलग-अलग कैटेगरी के लिए पासिंग मार्क्स अलग-अलग होते हैं.
जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट के लिए पासिंग मार्क्स 60% होता है यानी जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट को पास होने के लिए कम से कम 90 मार्क्स लाना आवश्यक होता है जबक reserve category के कैंडिडेट को 5 परसेंट की छूट दी जाती reserve category कैंडिडेट के लिए pasing Marks 55% होता है यानि reserve category के कैंडिडेट को पास होने के लिए 83 अंक लाना आवश्यक होता है
TET EXAM की तैयारी कैसे करें (TET Exam Preparation )
सिलेबस को अच्छे से समझ ना
एग्जाम की प्रिपरेशन स्टार्ट करने से पहले सिलेबस को अच्छे से देखना और समझना चाहिए कैंडिडेट को सिलेबस को अच्छे से पढ़ना चाहिए फिर आपको सब्जेक्ट के अकॉर्डिंग टॉपिक को लिख लेना चाहिए साथ ही लास्ट ईयर जो भी प्रश्न आए हैं उसे भी देखें उसी के हिसाब से हर सब्जेक्ट के टॉपिक को उसकी इंपॉर्टेंट के अकॉर्डिंग लिखें इससे कैंडिडेट को हर सब्जेक्ट की नॉलेज हो जाएगी इसके साथ ही आपको यह पता चल जाएगा कि कौन सा टॉपिक कितना इंपॉर्टेंट है जिससे तैयारी करने में आपको बहुत आसानी होगी
टारगेट तय करें
2020-21 यूपीटेट का सिलेबस बहुत बड़ा है ज जिसको आप बिना target बनाए आप achieve नहीं कर सकते हैं इसलिए कैंडिडेट को पहले टारगेट बनाना जरूरी होता है हर सब्जेक्ट का टारगेट बनाना जरूरी होता है जिससे आप एग्जाम की डेट के पहले सब्जेक्ट की तैयारी अच्छे से पूरी कर सके
अच्छी अध्ययन सामग्री का उपयोग
एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों का पूरा फोकस इस बात पर होना चाहिए कि वह किस बुक से तैयारी कर रहे हैं एग्जाम की तैयारी के लिए नई स्टडी मैटेरियल से पढ़ना जरूरी है क्योंकि एग्जाम्स में अधिकतर क्वेश्चंस न्यू स्टडी मटेरियल से ही आते हैं इसके साथ ही आपको UPTET के पिछले मॉडल पेपर भी सॉल्व करने चाहिए कैंडिडेट को करंट स्टडी मैटेरियल के बारे में पता होना चाहिए और एग्जाम की तैयारी के लिए अच्छा स्टडी मैटेरियल ही चुनना चाहिए
Notes बनाना
किसी भी एग्जाम की तैयारी के लिए नोट बनाना जरूरी होता है नोट्स बनाने से आपको सिलेबस अच्छे से याद हो जाता है नोट्स एग्जाम्स के लास्ट लास्ट डे सबसे ज्यादा उपयोगी होते हैं Notes में इंपॉर्टेंट इंपॉर्टेंस पॉइंट ही नोट करने चाहिए वह पॉइंट नोट करें जो आपको टफ लग रहा होऔर याद नहीं हो रहा हो UPTET Exam की तैयारी भी आप notes बनाकर कर सकते हैं notes बनाने से आपकी एग्जाम की तैयारी काफी अच्छेसे हो जाती हैंnotes प्रतिदिन एक बार जरूर पढ़ना चाहिए ताकि आपको अच्छे से चीजें याद हो जाए
अंदाजा लगा कर ना पढ़ें
सभी कैंडिडेट को ये पता होता है कि वह किस एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं इसलिए सभी टॉपिक को अच्छे से पढ़ना चाहिए एग्जाम्स की तैयारी में किसी भी प्रकार का अनुमान नहीं लगाना चाहिए क्योंकि अंदाजे से पढ़ने में आप किसी भी एग्जाम में सफलता नहीं पा सकते किसी भी टॉपिक को deeply पढ़ना चाहिए ताकि कहीं से भी क्वेश्चन आ जाए तो आपको कोई परेशानी ना हो और आप अच्छे से एग्जाम दे सके
Time table set करे
TET Exam मैं सिलेबस बहुत ज्यादा होता है इसलिए आपको पूरा सिलेबस पढ़ने के लिए टाइम टेबल बनाना जरूरी होता है टाइम टेबल के बिना TET का पूरा Sylabus cover करना आपके लिए मुश्किल होगा केवल टाइम टेबल बना कर ही आप सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं आपको इसे कंटिन्यू फॉलो करना होगा तभी इससे आपको फायदा होगा सभी सब्जेक्ट के सभी टॉपिक को आपको day wise डिवाइड कर लेना चाहिए और उसके अनुसार ही अपनी तैयारी करनी चाहिए
Last time कुछ new ना पढ़ें
इस प्रकार की गलती कैंडिडेट अक्सर करते हैं लास्ट टाइम में कुछ नया पढ़ना सही नहीं है लास्ट टाइम में कुछ नया पढ़ने से फायदा नहीं होता है एक तरह से आप जो भी नया पढ़ते हैं वह आपको जल्दी याद नहीं होता है और वहीं दूसरी ओर जो आप पहले से पढ़ चुके हैं वह भी आप revises नहीं कर पाते हैं और आप वह भी भूल जाते हैं जो पहले से पॉजिटिव होते हैं इस से अच्छा है कि आप पहले से पढे हुए टॉपिक को ही अच्छे से दोबारा पढ़ ले
Daily जरूर पढ़ें
UPTET EXAM की तैयारी लाखों कैंडिडेट करते हैं इसलिए इतने कॉन्पिटिशन में आपको रोज पढ़ने से ही सफलता मिलेगी इसलिए आपको रोज पढ़ना चाहिए और पिछला रिवीजन भी साथ-साथ करते रहना चाहिए जो आपके ग्लैमर्स के लिए जरूरी है टीईटी का पूरा सिलेबस रोज पढ़ने से ही आप इसे cover कर सकते हैं
TET के लिए जरूरी टिप्स
- एग्जाम्स के 1 महीना पहले ही आपको अपना पूरा सिलेबस कंप्लीट कर लेना है ताकि बाकी के दिनों में आप रिवीजन कर सके
- सबसे पहले इजी क्वेश्चन से स्टार्टिंग करनी चाहिए
- मार्किंग स्कीम को अच्छे से समझ लेना चाहिए और याद रखना चाहिए
- Exam टाइम आपको नर्वस नहीं होना चाहिए
- एग्जाम टाइम क्लास में आपको समय से पहले नहीं उठना चाहिए और आपने पेपर को एक बार फिर से चेक करना चाहिए
- Exam के two weeks पहले आपको अपने notes से पढ़ना चाहिए
- लास्ट ईयर के क्वेश्चन पेपर आपको पढ़ने और slove करने चाहिए
- आप जिस टॉपिक में वीक है आपको उस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और उसको रोज पढ़ना चाहिए
- आपको अपनी नींद पूरी करनी चाहिए और खानपान पर भी ध्यान देना चाहिए जिससे आपकी सेहत अच्छी रहे
- आपने जो टॉपिक तैयार कर लिया है आपको लास्ट ईयर क्वेश्चन पेपर से उस टॉपिक से रिलेटेड क्वेश्चंस slove करनी चाहिए
- एग्जाम्स के टाइम आपको खुद पर कॉन्फिडेंस रखना चाहिए
- स्टडी करते समय आपको ब्रेक लेना जरूरी है ताकि आपके दिमाग फ्रेश हो सके
- एडमिट कार्ड की फोटो कॉपी करा ले ताकि जरूरत पड़ने पर आपके काम आ सके
सन 2014 से 2023 तक TET की जॉब निकली और कितनी भर्ती की गई.
सन 2014 से 2023 तक TET की जॉब निकली और कितनी भर्ती की गई, इसकी जानकारी निम्नलिखित है:
वर्ष | TET की जॉब निकली | भर्ती की गई |
2014 | 1,20,000 | 60,000 |
2015 | 1,50,000 | 75,000 |
2016 | 2,00,000 | 1,00,000 |
2017 | 2,50,000 | 1,25,000 |
2018 | 3,00,000 | 1,50,000 |
2019 | 3,50,000 | 1,75,000 |
2020 | 4,00,000 | 2,00,000 |
2021 | 4,50,000 | 2,25,000 |
2022 | 5,00,000 | 2,50,000 |
2023 | 5,50,000 | 2,75,000 |
नोट: यह जानकारी केवल अनुमानित है। वास्तविक संख्या अधिक या कम हो सकती है।
TET परीक्षा
TET परीक्षा एक दो-पेपर परीक्षा होती है। पेपर I प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा I से V) के लिए होता है, और पेपर II उच्च प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा VI से VIII) के लिए होता है। परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं, और इसमें 100 अंकों के लिए 150 प्रश्न होते हैं। परीक्षा का स्तर मध्यम होता है।
TET परीक्षा के लिए पात्रता
TET परीक्षा के लिए पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:
उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
उम्मीदवार की अधिकतम आयु 35 वर्ष होनी चाहिए।
TET परीक्षा के परिणाम
TET परीक्षा के परिणाम आमतौर पर परीक्षा के 1 से 2 महीने बाद घोषित किए जाते हैं। परिणाम ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं। परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को TET सर्टिफिकेट दिया जाता है। TET सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल की होती है।
Conclusion
इस आर्टिकल में हमने आपको TET Full form in hindi यानी टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट की पूरी जानकारी देने की कोशिश की है आशा करते हैं कि हमारी बताई गई जानकारी आपके लिए लाभदायक होगी इससे अपने भविष्य को उज्जवल बना सकते हैं अगर आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लग रही है तो इसको आग भी शेयर जरूर करें और कमेंट करें
FAQs TET Full Form in hindi
क्या मुझे दोनों पेपर्स के लिए आवेदन करना चाहिए या एक पेपर की ही परीक्षा देना ठीक होगा
दोनों पेपर के लिए एग्जाम देना अनिवार्य नहीं है यह आपकी चॉइस पर निर्भर करता है यदि आप क्लास 1 से 8 तक के लिए शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपको दोनों पेपर देना अनिवार्य है क्योंकि पेपर फर्स्ट क्लास 1 से 5 तक के लिए होता है और पेपर सेकंड 6 से 8 तक के लिए होता है
UPTET 2021 EXAM Online होता है या ऑफलाइन
UPTET EXAM ऑफलाइन होता है
कोई आंसर गलत है देने पर मार्क्स कटेंगे कि नहीं
TET Exam किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है यदि कैंडिडेट ने कोई गलत आंसर दिया है तो उसके Marks नहीं काटे जाएंगे UPTET Update –Click here
TET कितने साल का है ?
शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी (TET) सर्टिफिकेट की वैधता का जीवन रहती है(lifetime valid) पहले यह 7 साल की होती थी लेकिन नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE ) ने इसे बढ़ाकर जीवन भर के लिए कर दिया गया है.
टीईटी (TET)का पूरा नाम क्या है ?
टेट का पूरा नाम यानी की फुल फॉर्म Teacher Eligibility Test होता है जिसे हिंदी में शिक्षक पात्रता परीक्षा कहते हैं
यूपी टीईटी (TET) का फॉर्म कौन-कौन भर सकता है ?
अप टेट परीक्षा में बैठने के लिए आपकी आयु 18 वर्ष से लेकर 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए तभी आप यूपीटेट परीक्षा दे सकते हैं.
TET फुल फॉर्म इन हिंदी
शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी (TET) होता है.
TET का फुल फॉर्म इन गुजराती .
TET ka full form in Gujarat language – શિક્ષક પાત્રતા કસોટી (Śikṣaka pātratā kasōṭī)