Best 20 urdu shayari books. उर्दू शायरी.
इन 20 best books के साथ urdu shayari की दुनिया का खोज करें। कविता की पंक्तियों के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त करने की कला में खुद को डुबो दें। “दीवान-ए-ग़ालिब” और “बांग-ए-दरा” जैसे क्लासिक संग्रहों से लेकर “कुल्लियात-ए-फ़ैज़” जैसे आधुनिक रत्नों तक, ये किताबें उर्दू साहित्य के गहराईयों में एक यात्रा प्रस्तुत करती हैं। “ग़ज़ल्स”, “नज़्म” और आदि की सुंदरता का खोज करें, क्योंकि ये किताबें “urdu shayari” की मूल उस्तकों में उसकी गहराई को दर्शाती हैं।
उर्दू शायरी एक ऐसी खास कला है जो हर किसी के दिल को छूने की क्षमता रखती है। इसकी मैगी साक्षरता भावनाओं की गहराई तक पहुंचती है और एक नई दुनिया खोलती है। यहां हम आपके लिए “Best 20 urdu shayari books” लेकर आए हैं, जिन्होंने हमें एक छोटे से दोहे में अपनी कहानी बताई।
“Best 20 urdu shayari”
उर्दू शायरी, जिसे दुनिया के शब्दकारों ने अपने शब्दों की माँगनी बनाई है, आपके दिलों की तरंगों में गहराईयों तक पहुँचने का एक खास तरीका है। यह एक ऐसी कला है जो सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि भावनाओं, आवाज़ों और ज़िंदगी की मुख्य तथ्यों को सांझा करने का एक रूप है। इस लेख “उर्दू शायरी के 20 सर्वश्रेष्ठ अंगूठे” में, हम आपको उन उपन्यासी शेरों के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने अद्वितीय रूप से हमारे दिलों को छूने का काम किया है।
इस लेख में, हम देखेंगे कि मिर्ज़ा ग़ालिब के शेरों में कैसे ख़ुदा की मोहब्बत और इंसानियत की दुविधा का प्रतिष्ठान है। फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की शायरी से हम जानेंगे कि कैसे वे ज़िन्दगी के रंग-बिरंगे पलों को अपने शब्दों में पिरोते हैं। बाशर बद्र की शायरी हमें अपने सफर की रूपरेखा सुनाएगी, जिसमें दर्द और ख़ुशियाँ समाहित हैं।
इस लेख में, हम अन्य शायरों जैसे ज़ाहिद ख़़ान, मजरूह सुलतानपुरी, ज़ौक़ देहलवी, आह मदनी और जावेद अख़्तर की शायरी के माध्यम से जानेंगे कि उन्होंने कैसे ज़िन्दगी के हर पहलू को अपनी अनूठी दृष्टि से देखा है। यहाँ तक कि साहिर लुधियानवी के शेर हमें ज़िन्दगी की सच्चाई को समझाते हैं और मोहसिन नक़वी की शायरी दिल की आवाज़ की तरह हमें अपनी बातें कहती है।
“उर्दू शायरी के 20 Best Thumbs Up Urdu shayari”, आपको एक यात्रा पर ले जाएंगे, जहाँ आप उर्दू शायरी के सुंदर विश्व में खो जाएंगे, और उन बेहद गहराइयों में जाएंगे जो इस खास कला के माध्यम से दर्शाया जाता है।
मिर्ज़ा गालिब की 5 शायरी
- ज़िन्दगी शायरी का एक बहाना होना चाहिए,
दर्द को बयान करने का तरीका होना चाहिए।
- हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पर दम निकले,
बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले।
- दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त, दर्द से भर न आए क्यों,
रोयेंगे हम हज़ार बार, कोई हमें सताए क्यों।
- दिल-ए-नादान तुझे हुआ क्या है, आख़िर इस दर्द की दवा क्या है,
हम अपने दर्द की दिल्लगी ख़ुदा क्या है।
- इसी उम्र में ले ली चिंता फ़रेब की,
फ़रेब है मिलना दुनिया का सब कुछ इसी आयाम में।
कुछ उर्दू में अल्लामा इक़बाल की शेरो-शायरी।
- ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले,
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है।
- सितारों से आगे जहाँ और भी हैं,
अबही इश्क़ के इम्तिहान और भी हैं।
- हज़ारों साल नर्गिस अपनी बेनूरी पे रोती है,
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदावर पैदा।
- जिन्दगी वो है, जो इज़ाज़त से गुज़र जाए,
अफ़सोस तो वो है, जिसका कोई क़द्र ना करे।
- है इन्सानीत की हाय, ये आरज़ू भी सताए,
अपनी चिरागी राहों में अँधेरों की चाय है।
फैज़ अहमद की शेरो-शायरी।
- दिल नाउम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है,
लम्बी है ग़म की शाम, मगर शाम ही तो है।
- रात यूँ दिल में तेरी ख़याल आती है,
उठ कर चाँद को देखता हूँ मैं।
- दिल से तेरे ख़त पर मैं नाम लिखता हूँ,
जब जाब लिखता हूँ, जब याद लिखता हूँ।
- बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे,
बोल कि सच ज़िन्दा है अब तक।
- हम देखेंगे, लाज़िम है कि तुझको,
वो जो आज तक नहीं हुआ।
ये थी कुछ उर्दू में फैज़ अहमद फैज़ की शेरो-शायरी।
20 Best Urdu shayari books
Serial | Book Title | Author |
1 | Diwan-e-Ghalib | Mirza Ghalib |
2 | Bazm-e-Ashiqan | Mir Taqi Mir |
3 | Deewan-e-Meer | Meer Taqi Meer |
4 | Kulliyat-e-Iqbal | Allama Iqbal |
5 | Rubaiyat-e-Omar Khayyam | Edward FitzGerald |
6 | Kulliyat-e-Faiz | Faiz Ahmed Faiz |
7 | Nuskha-hai-Wafa | Faiz Ahmed Faiz |
8 | Sham-e-Shair-e-Yaran | Ahmed Faraz |
9 | Deewan-e-Meer | Mir Taqi Mir |
10 | Bang-e-Dara | Allama Iqbal |
11 | Zikr-i-Mir | Mir Taqi Mir |
12 | Pehr-ik-Sher | Ahmad Nadeem Qasmi |
13 | Khuda-ki-Basti | Shaukat Siddiqui |
14 | Karkhandari Dialect of Delhi | Ahmed Ali |
15 | Tanha Tanha | Ahmad Faraz |
16 | Yadon Ke Shahar | Faiz Ahmed Faiz |
17 | Khwabon Ki Tabeer | Akhtar Sheerani |
18 | Mah-i-Mir | Mir Taqi Mir |
19 | Sar-i-Wadi-i-Seena | Josh Malihabadi |
20 | Nigarshat-i-Ghalib | Mirza Ghalib |
Urdu Shayari books and Authors short Description
मिर्ज़ा ग़ालिब द्वारा लिखित दीवान-ए-ग़ालिब:
मिर्ज़ा ग़ालिब की एक महाकाव्य रचना, “दीवान-ए-ग़ालिब,” इंसानी भावनाओं के घरे प्रवेश को समझती है, गहरे ग़ज़लों के माध्यम से। ग़ालिब की पंक्तियाँ उसके दर्शनीय दर्शन, प्रेम अनुभव, और जीवन के विचारों को दर्शाती हैं, अक्सर एक पुरानी फ़ारसी और बोली जाने वाली उर्दू की मिश्रन रूपक।
मीर तकी मीर द्वारा “बज़्म-ए-आशिकन”:
मीर तकी मीर की कृति, “बज़्म-ए-आशिकन,” प्रेम और तड़प के भावनाओं को प्रतिबिंबित रूप से प्रतिबद्ध करती है। उनके ग़ज़लों में व्यक्तित्व और विश्वव्यापी पक्ष दोनों होते हैं, जिसे प्रेम के अस्तित्व का समर्थन मिलता है।
मीर तकी मीर द्वारा “दीवान-ए-मीर”:
मीर तक़ी मीर की “दीवान-ए-मीर” में ग़ज़लें हैं जो प्रेम, अध्यात्म और मानव संबंधों के विषय में घूमती हैं। उनकी पंक्तियाँ एक सदाबहार और गहरी प्रवृत्ति को प्रकट करती हैं, जो उन्हें कल से आज तक सामायिक बनाती है।
अल्लामा इक़बाल द्वारा “कुल्लियात-ए-इकबाल”:
“कुल्लियात-ए-इकबाल” अल्लामा इक़बाल के विचारों से भरी कविताओं का समावेष है। इक़बाल की पंक्तियाँ आत्म-चिंतन, आत्म-ज्ञान, और व्यक्तिगत तथा सामाजिक विकास की या प्रश्न करने को प्रेरित करती हैं। उनकी कविता आत्मा और पार्थिक जगत के बीच में खाई को भर देती हैं।.
रुबाइयत-ए-उमर खय्याम” एडवर्ड फिट्जगेराल्ड की अनुवादित:
अगर उर्दू में नहीं भी लिखी हुई, एडवर्ड फिट्जगेराल्ड की फ़ारसी कवि उमर खय्याम की “रुबाइयत” की अनुवादित रचना उर्दू साहित्य पर घरे प्रभाव की राही है। पंक्तियाँ मृत्यु, भाग्य और जीवन की कल्पना प्रकृति के विषय में विचार करती हैं।
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ द्वारा “कुल्लियात-ए-फ़ैज़”:
“कुल्लियात-ए-फ़ैज़” फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की क्रांतिकारी कविताओं का एक संग्रह है। उनकी पंक्तियाँ समानता, न्याय, और मानव अधिकार के प्रति समर्पित हैं। फ़ैज़ के शब्द क्रांति और आशा की प्रतीक बने हैं।
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ द्वारा “नुस्ख़ा-है-वफ़ा”:
“नुस्ख़ा-है-वफ़ा” में फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ प्रेम के विषय में खुद के और विश्व भर के पहलू को छू लेता है। उनके ग़ज़लों से प्रेम के उत्सव और कष्ट का चित्रांकन होता है, अक्सर उनको उनके आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जोड़ कर।
अहमद फ़राज़ द्वारा “शाम-ए-शायर-ए-याराँ”:
अहमद फ़राज़ की “शाम-ए-शायर-ए-याराँ” उसके आत्मिक संघर्षों और भावनाओं को दर्शाती है। फ़राज़ की पंक्तियाँ भावुक प्रतिभा, प्रेम, हार और सामाजिक मुद्दों पर विचार करने के लिए जानी जाती हैं।
मीर तकी मीर द्वारा “दीवान-ए-मीर”:
मीर तकी मीर की इस रचना में प्रेम, अध्यात्म और मानव स्थिति के विचार से भरी अनेक बातें और ग़ज़लें और नज़्म हैं। उनका फ़ारसी और उर्दू भाषाओं का अनोखा रूप उनकी कविता को एक विशेष रस प्रदान करता है।
अल्लामा इक़बाल द्वारा “बंग-ए-दारा”:
“बंग-ए-दारा” अल्लामा इक़बाल के आरंभिक कार्यों में से एक है, जिसमें स्व-विभिन्नता, बुद्धिपूर्णता, और अपनी सांस्कृतिक जड़ों के साथ जुड़े रहने की प्रेरणा मिलती है। संगराह के विविध विषय इकबाल के दर्शनिक विकास को उजागर करते हैं।
मीर तकी मीर द्वारा “ज़िक्र-ए-मीर”:
“ज़िक्र-ए-मीर” मीर तकी मीर की गहन काव्य प्रतिभा दिखती है। उनकी पंक्तियां अंतरमुखी और तर्किक विष्लेषण से भरी हैं, जिसकी ये भावनाएं और अनुभव का एक खजाना बनता है।
अहमद नदीम कासमी द्वारा “पीहर-इक-शेर”:
“पीहर-इक-शेर” में अहमद नदीम कासमी की कविता प्रकृति की सुन्दरता, समय की प्रवृत्ति, और मानव परिस्थितयों के साथ जुड़ती है। उनकी पंक्तियाँ अक्सर एक स्मृति और विचार का भाव प्रकट करती हैं।
शौकत सिद्दीकी द्वारा “खुदा-की-बस्ती”:
“खुदा-की-बस्ती” शौकत सिद्दीकी की एक उपन्यास है, जो एक बस्ती में रहने वालों की जिंदगी को परखने और उनके संघर्षों को समझने में मदद करती है। क्या उपन्यास में सामाजिक और आर्थिक विपरीतताओं का भविष्य चित्र होता है।
अहमद अली द्वारा “दिल्ली की कारखंडारी बोली”:
अहमद अली की “दिल्ली की कारखंडारी बोली” इसमे दिल्ली में बोली जाने वाली कारखंडारी भाषा पर ध्यान दिया गया है, जो क्षेत्र की भाषा और संस्कृति के विशेषांश और संवेदनाशील मूलों को दिखाता है। ये भाषा और संस्कृति का अध्ययन एक महत्वपूर्ण है
अहमद फ़राज़ द्वारा “तन्हा तन्हा”:
“तन्हा तन्हा” दूसरी एक रचना है अहमद फ़राज़ की, जिसका अकेलापन, विरह, और अंतर्मन की विषय वृत्ति है। उनकी पंक्तियाँ मानव भावनाओं की जटिलता को सुन्दरता और गहराई के साथ कैप्चर करती हैं।
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ द्वारा “यादों के शहर”:
“यादों के शहर” एक संग्रह है जो फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ के जीवन, प्रेम और सामाजिक परिवर्तन के अनुभवों को अभिव्यक्त करता है। उनके शब्द व्यक्तिगत और विश्व-संगति हैं, मानव स्थिति को चित्रित करते हैं।
अख्तर शीरानी द्वारा “ख्वाबों की ताबीर”:
“ख्वाबों की ताबीर” अख्तर शीरानी की रचना है, जो सपनों के व्याकरण और उनके चिन्हों की व्याकरण करती है। पुस्तक स्वभाव और मानसिक दृष्टि से ख्वाबों की व्याख्या और मानसिक सितारों पर उसके प्रभाव को दिखता है।
मीर तकी मीर द्वारा “माह-ए-मीर”:
“माह-ए-मीर” एक और संग्रह है मीर तकी मीर का जो प्रेम, दिल तोड़ने का दुख, और अंतर्मन की खोज केंद्र में है। उनकी पंक्तियाँ उनके विचार और विविध व्यक्तित्व अनुभव के लिए प्रसिद्ध हैं।.
सर-ए-वादी-ए-सीना” जोश मलीहाबादी द्वारा:
“सर-ए-वादी-ए-सीना” जोश मलीहाबादी का काम है जो उसकी जन्मभूमि की आत्मा को और उसके समाज, राजनीति, और संस्कृति को आदर्शों पर दिखाता है। उनकी कविता देशप्रेम और सामाजिक चेतना का प्रतीक है।
मिर्ज़ा ग़ालिब द्वारा “निगारशत-ए-ग़ालिब”:
“निगारशत-ए-ग़ालिब” एक संग्रह है मिर्ज़ा ग़ालिब के कलिग्राफ़िक कला की जो उसकी कविताओं को दृश्य रूप में प्रस्तुत करती है। पुस्तक ग़ालिब की कला और साहित्यिक प्रभाव की एक सुंदर मिश्रन है।
किताबों ने एक साथ उर्दू शायरी का समृद्ध परिवर्तन प्रस्तुत किया है, जिसमें मानव अनुभव, सांस्कृतिक धरोहर, और कला का व्यक्तित्व हो।.
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Urdu shayari books FAQs
कुछ क्लासिक उर्दू शायरी संग्रह कौन से हैं?
क्लासिक उर्दू शायरी संग्रहों में मिर्ज़ा ग़ालिब द्वारा “दीवान-ए-ग़ालिब”, अल्लामा इकबाल द्वारा “बंग-ए-दारा” और “दीवान-ए-इकबाल”, और फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ द्वारा “कुल्लियात-ए-फ़ैज़” शामिल हैं।
शुरुआती लोगों के लिए कौन सा शायरी संग्रह अनुशंसित है?
मीर तकी मीर द्वारा लिखित “दीवान-ए-मीर” और मीर तकी मीर द्वारा “दीवान-ए-मीर” को अक्सर उनकी सुलभ भाषा और भावनात्मक गहराई के कारण शुरुआती लोगों के लिए अनुशंसित किया जाता है।
3. मुझे ये किताबें कहां मिल सकती हैं?
आप इन पुस्तकों को स्थानीय किताबों की दुकानों, अमेज़ॅन जैसे ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं और उर्दू साहित्य में विशेषज्ञता वाले पुस्तकालयों में पा सकते हैं।
4. क्या गैर-उर्दू भाषियों के लिए अनुवाद उपलब्ध हैं?
हां, इनमें से कई शायरी संग्रहों का अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में अनुवाद किया गया है, जिससे वे गैर-उर्दू भाषियों के लिए सुलभ हो गए हैं।
5. किस किताब में सबसे अच्छी ग़ज़लें हैं?
“दीवान-ए-ग़ालिब” सबसे प्रसिद्ध उर्दू कवियों में से एक मिर्जा गालिब द्वारा लिखी गई अपनी असाधारण ग़ज़लों के लिए प्रसिद्ध है